Monika Raj 24 JUL 2018 AT 8:15 फूलों की, पंखुड़ियाँ तोड़, हम,उनकी मोहब्बत़ को, पुख्ता, कर रहे थे,और......!वो, दूर बैठे, मेरी, इस अदा को देख, पोशीदा हो कर, हंस रहे थे।। - Urdu_Hindi Poetry 29 JUL 2021 AT 18:38 पोशीदा/پوشیدہconcealed/गुप्त - MD Bhuradia 17 AUG 2017 AT 14:31 मोहब्बत तू भी कितनी पोशीदा हैअकड. में रहने वाली दीवारें भी आशिक़ी कोनों में निभाती है !! - MD Bhuradia 27 JUL 2017 AT 0:53 जिस्म की आवारगी सेरूह की पाकीजगी अभी बेअसर है तूने जिस्म को देखा रूह मेरी अभी पोशीदा है ।। - Ek Khwab Si Ladki 23 SEP 2018 AT 21:54 तेरी मोहब्बत का वक़्फ़ा बड़ा पेचीदा रहा,रूह मेरी बेपर्दा हुई तब भी तू पोशीदा रहा - Sameer Bawane 15 APR 2021 AT 11:10 अजीब इत्तेफाक़ है ज़माने में ,ज़ख्म पोशीदा हो रहे , नकाबो के बहाने से .... - Madhu Jhunjhunwala 9 DEC 2020 AT 18:07 आईना .. आजपूछ ही बैठा मुझसेक्यूँ रुबरु तुम आते नहीं हो मेरेतुम्हारी सुर्ख़ आंखों के मंज़ररख लूंगा पोशीदा खुद की नज़रोसे भी यक़ीन कर....! - Murad Ali 30 JUL 2021 AT 6:50 دُعائے مانگنا پھر تُجھ سے ایماں وہ لئےمِری ہر پوشیدہ حالوں کا شاہد میرا ربदुआए मांगना फिर तुझ्से ईमां वो लिएमिरी हर पोशिदा हालों का शाहिद मेरा रब - Shahjadi Begum 27 JAN 2021 AT 19:29 बज़्म में वो एक शायर बनकर आते हैं,और सारे महफ़िल में वाह-वाही लूटकर चले जाते हैं।अब उनके दिल का जख्म भला कौन समझेगा,जो खुद की तकलीफ़ को इशारों में नुमाइश करके चले जाते हैं।वो पोशीदा रखते हैं अक्सर अपने जज्बातों को,लेकिन एहसासों में बहकर अपने दिल का सारा नजारा दिखा देते हैं। - Vishaal Shashwat... 30 JUL 2021 AT 7:36 "सुनिये.. यूँ परतें ना उकेरा कीजिये ज़नाब, कई ज़ख़्म मुझमें पोशीदा हैं ।कि- लाज़मी नहीं होता खून हर दफ़ा आँखों से रिसता हुआ छोड़ जाना ।।"✒️ -