QUOTES ON #तुमगीतमेरा

#तुमगीतमेरा quotes

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21 JUN 2018 AT 21:51

" ना है ये पाना..
ना खोना ही है..
तेरा ना होना जाने..
क्यों होना ही है ....... "

एहतियात बरत तो रहा हूँ लफ़्ज़ों की घुमावदार सड़क पर..
फिर भी इश्क़ कहीं ज़्यादा नज़र आ जाए तो चालान मत करना..!



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21 JUN 2018 AT 20:14

तुम्ही से अपने ख़्वाब सजाऊँ

तुम को सुनूँ, तुम्ही को सुनाऊँ
कविता के फूल तुम पर चढ़ाऊँ

तुम से कहूँ, तुम्ही को बताऊँ
तुम्ही को अपना खुदा बनाऊँ

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21 JUN 2018 AT 23:14

तेरे नाम को ही ,
सरगम में ढालूँ।
कभी तेरी मुस्कान की,
खामोशी लिखूँ तो कभी,
तेरी बातों का कलरव।
क्या क्या लिखूँ एक ही ,
गीत में,
सोचती हूँ वो संगीत भी
कैसी होगी जो,
तुझे पिरोयेगी लय में।

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22 JUN 2018 AT 11:57

पास आए दूरीयां फिर भी कम न हुईं
दूर होके भी आँखें तुम्हारी कभी नम न हुईं

अफसोस करूं या गर्व अपने प्यार पर
हार जो दिया सारा जहां बस एक अपने यार पर

दर्द ही सही मेरे पास तुम्हारी दी कुछ निशानी तो रही
अधूरी ही सही कम से कम¦¦¦हमारी कहानी तो रही।।।

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21 JUN 2018 AT 20:34

तुमको देख के में मानो, निशब्द हो जाऊ l

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22 JUN 2018 AT 21:09

तुमको देखूँ तो खुद को भूल जाऊँ
तुम्हारे साथ खुद को खुशनसीब पाऊँ
तुम्हे ही सोचूँ, तुम्हारी ही हो जाऊँ
तुम कोे लिखूँ , तुम्ही को गाऊँ

खुद को खोऊँ और तुमको पाऊँ
कुछ तुमको सुनुँ, कुछ तुमको सुनाऊँ
किसी बहाने से ही सही, में तुमको पाऊँ
तुम कोे लिखूँ , तुम्ही को गाऊँ

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22 JUN 2018 AT 9:12

शब्द शब्द अहसास तुम्हारा

पंक्ति पंक्ति में तुमको पाऊँ

हर कविता है तुम्हे समर्पित

तेरे लिए ये जग बिसराऊ

जीवन का आधार तुम्ही हो

हँस कर सबको ये बतलाऊँ

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21 JUN 2018 AT 21:56

तुम को लिखूँ, तुम्ही को गाउँ
तुम ही पन्ना, तुम्ही लिखावट
तुम ही स्याही, तुम्ही कलम
तुम को रटु, तुम्ही मे समा जाउँ

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21 JUN 2018 AT 22:35

तुम को लिखूँ तुम्हीं को गाऊँ
हाँ, यह ज़्यादा भी कठिन नहीं
तुम ही तो श्वाँस तुम्हीं आवाज़
तुम्हें गीत बनाना कठिन नहीं
मैं मन से हर आलाप भरूँ
तुम्हारे हर अ के उच्चारण से
उन सात स्वरों का गायन करूँ
तुमसे ही तो स्वरों को चुनके
हर आरोह तुम तक पहँचे
हर अवरोह तुम्हीं पर
तुम राग बनो मैं स्वरमालिका
मेरा आधार तुम्हीं पर
तुम अंतरा मेरे हर मुखड़े का
तुम पकड़ तुम्हीं हो सप्तक तार
तुम्हीं हो कोमल स्वर मेरे
तुम मेरे जीवन के संगीतकार

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22 JUN 2018 AT 3:18

तुम मुझे पढ़ो जब भी,
मै ऐसी कहानी लगू तुम्हे ,
लगू तुम्हे मै कोई किताब कभी ।
लगु तुम्हे कोई गीत नया,
लगु तुम्हे सरगम नयी,
लगु तुम्हे कभी अलफ़ाज़ नया,
लगु तुम्हे मै राज़ नया,
सुनो तुम मुझे जब भी
लगु मैं तुम्हे आवाज़ नयी ।
मै ऐसी कहानी लगु तुम्हे
जो तुमने कभी कही न हो सुनीं ।



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