Mād Mohııt 17 APR 2019 AT 14:16 किस तरह तुम पर इलज़ाम लगा करअपनी मोहब्बत की तौहीन कर ले,इतने बुरे भी नहीं हम। - Anuradha Sharma 5 DEC 2020 AT 22:04 गुनाह आपका का नहीं , जनाब उस मज़ार का है ।जहां पहली दफा मुलाक़ात हुईं , उस दीदार का है । - taslim pathan 5 JUL 2022 AT 21:13 गुनाह तो बहुत किए नेकी का पता नहींतसलीम हम तसलीम करते है औरो का पता नहीं - Shubham Patidar 9 JAN 2020 AT 17:57 ख़ता-ए-उल्फ़त के गुनाह में,मुकदमा-ए-इश्क़ के तहत,ताउम्र तुम मेरे दिल में कैद हो... - AnKaHe AlFaAz 28 OCT 2020 AT 23:33 मत कर गुनाह-ए- इश्क़, सुकून पाने के लिएशिकस्त-ए-मोहब्बत में, मुस्कुराना होगा दर्द छुपाने के लिए - taslim pathan 12 SEP 2021 AT 13:45 तेरे करम की बारिश मे खुदा भीगना चाहता हूँअपने सारे गुनाह की तौबा कर रोना चाहता हूँ - Sonali Sawant 29 JUL 2020 AT 21:35 मुझे तेरा ये अंदाज देखकरक्युकी तेरी आदतों से वाकिफ थे हमये तो हमारी सादगी थीजो सहते रहे तेरे सारे सितमशायद बेगुनाह होकर भीकर रहे थे ये गुनाह हम - Mrbenaam 23 MAY 2020 AT 10:19 अकेला नाम ले जन्नत का वहाँ जाने की मत सोचऐ-बन्देतुझसे ज्यादा कौन जानता है गुनाह तेरे - Anu Chhangani 6 MAY 2019 AT 10:31 जाना नही गुनाह जिसेउसी की सज़ा काट रहे है,है ये इश्क़ क्या पता नहीकभी सोच कभी समझ रहे है । - Arif Alvi 9 JUL 2020 AT 11:05 गुनाहों को तुम कल और आज में न बाँटोहो गए और होने वालों की सज़ा बराबर है -