QUOTES ON #आम_का_मौसम

#आम_का_मौसम quotes

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6 APR 2021 AT 8:23

भूल बैठा है तू आज उस गांव को।
आम के बाग को नीम की छांव को।

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5 JUN 2020 AT 12:50

जब जब आम का मौसम आता है,
बचपने को याद दिला जाता है।
बचपन में रहते थे हम कैसे,
ये किस्सा आम का मौसम हमे बता जाता है।
किस्से पुराने है लेकिन रोचक बहुत है,
बचपने के आम मीठे बहुत होते हैं,
कभी आँधी कभी बवंडर मंडराया करते थे,
हम उसी आँधी और बवंडर मे जाया करते थे,
बरसात हो या धूप हो सुबह हो या शाम ,
आंधी हो या बवंडर क्यों न आ जाये तूफान,
हम दोस्तों के साथ जाया करते थे आम के पास।
आम किसी ना किसी बगीचे मे गिरे होगे,
इसलिए दो चार बगीचों के चक्कर हम लगाया करते थे,
आम मिले तो ठीक है नही तो हम आम को तोड़ लेते थे,
अगर बगीचे वाला आ जाये तो हम आम लेकर भागते थे।
फिर दूसरे दिन हम फिर से आम के बगीचे मे पहुंच जाते थे,
दोस्त भी कितने अच्छे थे हम अगर न जाये तो वो घर पर आ जाते थे,
आम लेकर ही वो हमें घर आने देते थे।
जब आम तोड़ नही पाते तो भगवान से प्रार्थना करते थे,
फिर आम अपने आप ही टपक जाते थे हम सब खुश हो जाते थे,
आम तोडने के चक्कर मे कई बार पेड़ से गिरे,
कभी पोखरा तो कभी सडक पर गिरे मिले थे हम।
भगवान का शुक्र है कि कुछ हुआ नहीं,
नही तो आम के साथ साथ हम भी टपक गये होते।
कोई बगीचा बचा नही हमसे जिस बगीचे का आम खाया न हो,
दोस्तों के साथ खूब नाचना और मस्ती करना ,
पूरा दिन दोस्तों के साथ रहना और कोई काम नही।
ये किस्से आम के है नाम बचपने के है।
आज उन दिनों को बस याद करता हूँ, (भाग1)

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31 MAY 2021 AT 10:58

आम,फलों का राजा यूँ ही नही कहलाता
खट्टे और मीठे रस का लाजवाब संतुलन इसे ये उपाधि दिलाता
ये अपने मौसम के साथ यादों का गुलदस्ता भी साथ लाता
कि बचपन की हर गर्मी छुट्टी की मस्तियाँ ताजा कर जाता
किसी के नानीघर ,दादीघर कि यादों की सौंधी सी खुशबू छोड जाता
जितना भी खाओ मन ही नहीं भर पाता
जी चाहता जो सालो भर होता तो बस मजा आ जाता

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6 JUL 2021 AT 9:09

सुबह की शुरुआत आम के साथ,
आप सभी को सुप्रभात।

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13 MAY 2022 AT 16:04

आम खास हो जाता है

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23 JUL 2020 AT 21:28

आम के फल सी हो गई है मोहब्बत
रुककर पक जाए जो स्वाद आ जाए
और अगर पकने से पहले ही टूट जाए
तो ज़िन्दगीभर हर पल खटास भर जाए

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उसी पेड़ पे,
मेरा भी ये
दिल जा
अटके..
जिस पेड़ पे,
सुबहो शाम
प्रेम से
रहे तू
लटके...श्री

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तेरे इश्क़ ने,
मुझे
बदनाम है
किया..
तेरे नाम संग,
नाम
मेरा सरे"आम"है
किया...SS

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सुनो..
खास से
किया है
"आम" हमें
की..
तेरे इश्क़ ने
किया है
बदनाम हमें...श्री

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सुनो जी,
रसीले आम
प्रेम में तेरे
पड़ गए हम,
क्या,
बदले में
तुम भी हमसे
करोगे प्रेम...श्री

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