दूरियाँ और फासलों में थोड़ा फर्क होता हैं,
कि अल्फ़ाज़ समझने,समझाने में ज़रा सा फर्क होता है।
करते हैं सभी वादे इस दुनिया में रिश्ते निभाने के,
कि कहने और निभा जाने में बड़ा फर्क होता है।
यूँ तो टूट जाया करते हैं रिश्ते चंद गलतफहमियों से,
कि जो बेमतलब निभाया गया हो वो अटूट होता हैं।।
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