CA Priya Patel 25 MAY 2020 AT 10:17 यूं ही बदनाम है ये कांटे जनाब,असली चुभन तो गुलाब देते हैं । - Gargi Bagchi 5 SEP 2021 AT 7:28 Hating one is like pursuing online classes and going for offline examinations. You are the only one who's going to regret later. - CA Priya Patel 30 MAY 2020 AT 7:29 निगाहों ने तबाही मचाई है जनाब,वरना होंठ तो कब के ख़ामोश है। - CA Priya Patel 28 MAY 2020 AT 6:07 उनकी प्यारभरी आवाज़ की आदत सी हो गई थी जनाब,जिन्होंने अब कभी न खत्म होने वाली चुप्पी साध ली है । - CA Priya Patel 22 MAY 2020 AT 23:05 हथियार तो कुछ ख़ास नहीं है मेरे पास जनाब,पर लोग कहते है कलम से क़त्ल करती हूं मैं । - CA Priya Patel 26 MAY 2020 AT 0:03 आजकल बस तस्वीरों में कैद हो गई है ये मुस्कराहटें जनाब,उनके साथ बैठ के खुल कर हंसे हुए, एक अरसा हो गया । - CA Priya Patel 23 MAY 2020 AT 18:20 छू कर इस कदर अनछूआ कर दिया है हमें जनाब,कि अब हम किसी को अपने पास भी नहीं आने देते । - Gargi Bagchi 11 OCT 2021 AT 8:40 Craving for solutions without rectifying problems is like cheating on self. It's easy to find out solutions without working on problems. - CA Priya Patel 28 MAY 2020 AT 18:11 ये सियासत की आड़ में धर्म और मज़हब को ना बांटिए जनाब,सुबह की पूजा और शाम की अज़ान, दोनों ही कूबूल है हमें । - CA Priya Patel 27 MAY 2020 AT 12:21 बदलते मौसम के ढांचे में ज़िन्दगी को ढाल लिजिए जनाब,वरना इस अनजानी दौड़ में ये वक़्त बहुत आगे निकल जाएगा । -