कब तक बेटियों को हिफाज़त के कमरों में बंद रखोगे
उसे भी खुले आसमान में उड़ने दो
कब तक बेटियों के लिए ही सारे प्रतिबंध लगाते रहोगे
उसे भी अपनी ज़िन्दगी खुल के जीने का मौका दो
कब तक बेटियों को ही गलत ठहराते रहोगे
उन्हें भी अपनी बात रखने का मौका दो
कब तक सिर्फ बेटियों को ही चुप कराते रहोगे
उन्हें भी अपने हक के लिए लड़ने दो
कब तक बेटियों को न्याय के लिए सालों साल लगते रहेंगे
उन्हें भी खुशी खुशी अपने जीवन के लिए खुद कदम उठाने दो
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