कैसे बताऊँ उसे की वो मेरे लिये क्या है।
कैसे समझाऊँ उसे,
की ये दिल इसलिये हताश है।
की उसका चेहरा ही इसकी तलाश है।।
हाँ उसे यह बात जतानी है।
उसके दिल को मेरी धड़कन सुनानी है।।
बितानी उसके साथ पूरी जिन्दगानी है।
शुरू हुआ ये जो किस्सा है हमारा,
अभी तो लिखनी पूरी कहानी है।।
हाँ मानता हुँ अभी वो मेरी नहीं है।
ए दिल!
बस कुछ समय की देरी यही है।।
होगी वो मेरी ऐसा है विशवास।
पता है इस दिल को,
कराया है उसने यह अहसास।।
अब केसे बताऊँ उसे कि,
नहीं है वो सिर्फ मेरी मित्र।
इस दिल ने ,हर पल ।
बनाया है उसका ही चित्र।।
कहती वो यह सही है।
'अच्छा सोचोगे,अच्छा होगा'
अब केसे बताऊँ उसे कि,
मेरी अच्छी सोच ही वही है।।
कैसे बताऊँ उसे की वो मेरे लिये क्या है।
कैसे बताऊँ उसे की वो मेरे लिये क्या है।।
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