कभी छोड़ो मत आशा वरना विजय पा लेगी निराशा मत कर खुद को हताश वरना बन जाएगा तू जिन्दा लाश कोई लक्ष्य अब तू साध ले खुद को समय सीमा में बाँध ले न करो परवाह किसी के आने का न जाने का यही वक़्त है खून और पसीना बहाने का हाँसिल जिस दिन मुकाम हो जाएगा ये जहान उस दिन तेरे नाम हो जाएगा तुझसे जलने वाला भी तुझसे रिश्ता बनाएगा जो चला गया था छोड़ के वो वापस लौट के आएगा आगे ही आगे बढ़ता जा न कर कल की परवाह कर्मप्रधान व्यक्ति को नहीं रोक सकती कोई राह Vaishu_the_writer✍️