तू किसी डायरी के पन्नो सा लगता है कुछ खाली तो कुछ लिखा हुआ !! कुछ पन्नों में तेरी उलझी हुई जिंदगी का ज़िकर सा दिखता है... जिस में तेरे जज्बात को कहने के लिए अल्फाज नहीं मिलते ...... और ना हि खामोशी को समझने के लिए बेहतर शख्स मिलते ......... ऐसे ही कुछ और पन्नो में तू दर्द से घिरा अपनी जिंदगी में तन्हा सा दिखता है .... तू किसी डायरी के पन्नो सा लगता है कुछ खाली तो कुछ लिखा हुआ !!