अवशेष
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धूप में सुखकर
बरसात में गलकर
ठंड से ठिठुरकर
ध्यान मगन वृक्ष
इससे बेखबर
कि वह अब भी कुछ शेष है…
ऊपर की चमड़ी उघड़ गयी है
पास की मिट्टी को कुरेद कर
हमने अपना घरौंदा बना लिया है
जिसमे हमारे बच्चे सो रहे हैं
इस बात से बेखबर
कि उनके जगने से पहले
इस ब्रह्मांड में उनका
सबसे जरूरी हमसफ़र
अवशेष हो जाएगा
इसके बाद हम
हमारे बाद वे…
चलो एक छतरी खरीद लाएं
या फिर एक छत बना दे
जो बचा पाए इसको
धूप, बरसात, ठंड से…
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