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ये दिल तेरा दिवाना हो चुका है,
मुहब्बत का फ़साना हो चुका है।
बिज़ी रहते हो हरदम फ़ाइलों में,
यहाँ मौसम सुहाना हो चुका है।
नई अब शर्ट पहनों और आओ,
तुम्हें देखे ज़माना हो चुका है।
मेरे दिल में मकां है आपका ही,
यही पक्का ठिकाना हो चुका है।
चले आओ ग़ज़ल इक हम पे कहने,
समां अब आशिकाना हो चुका है।
तवज्जो दीजिये सरकार हमको,
ये नन्हा दिल सियाना हो चुका है।
नई सेल्फी हमें लेनी पड़ेगी,
इसे बदले ज़माना हो चुका है।
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