काले सूट में वो क्या
कमाल दिखती है,
और माथे पर बिन्दी लगा
कर वो बेहिसाब खिलती है|
नज़रें झुका ले तो हाय!
क्या खूब जच़ती है,
और उसका वो पहली
दफ़ा मेरी तरफ मुड़ना,
फिर एक अन्जान लड़के से
किसी का पता पुंछना |
शायद मैं खो सा गया
उसकी आँखों में कहीं,
पते का तो पता नहीं पर उसकी
बातों से उसके दिल का
रास्ता पता कर लिया और
देखते ही देखते वो आगे बढ़ने लगी|
उसने जाते जाते जब पीछे
मुड़कर मुझे देख मुस्कुराया
तो ऐसा लगा मैं आसमान
में कहीं उड़ रहा हूँ|
आज भी याद है उसकी
ये छोटी सी मुलाकात,
जिसमें बातें तो कम हुई
लेकिन यादगार बन गयी उसकी मुस्कान|
वो अहसास जो कभी बदल नहीं सकता,
ऐसी थी वो हमारी छोटी सी मुलाकात|
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