Shashiprakash Saini 30 AUG 2019 AT 10:03 एक खुशियों का बल्ब है घर मेंउसको देख मुझमें जल उठती है मुस्कुराहट - Shashiprakash Saini 4 JAN 2017 AT 13:57 नींद उठी और चली गईबिना दुआ सलाम किए जरूर भूख ने नाराज किया होगा - Anuup Kamal Agrawal 6 JUN 2018 AT 15:23 निकले हैं जुगनू सारेलिये हाथ में तारेसूरज की तलाश में।देख रात की खूबसूरतीजलता है सूरजदिन भरआकाश में। - Shashiprakash Saini 23 JAN 2018 AT 7:52 मोहब्बत ने आंखों में चमक इतनी भरी रात ख्वाबों में कटी, दिन इरादों में गया - Shashiprakash Saini 28 APR 2017 AT 1:45 हर उदासी पर कंधा मिलेयह जरुरी तो नहींहम दीवार का सहारा ले रो लेते हैं - Shashiprakash Saini 5 JAN 2017 AT 20:27 आसमान रोज कहता है कि आ उड़ चलें हमें तो रोटियों ने बांध रखा है कहाँ उड़ चलें - Shashiprakash Saini 3 JUN 2020 AT 11:29 इन दिनों आदमी बहोत परेशान हैकि दहलीज़ पर कई बिन बुलाए मेहमान हैंएक तो वायरस-ए-वुहान हैदूजा दरिया का तूफान हैतीजा टिड्डियों का आसमान हैचौथा जमीं की गोद में जलजला बैठाऔर आखिरी कील तो हमने अपने हाथों ही ठोकी हैकि बीवी से जुबां लड़ा बैठा - Shashiprakash Saini 23 JAN 2018 AT 12:11 प्यादे से वज़ीर होने तकवो चलता रहा जिद पर तकदीर होने तक - Shashiprakash Saini 26 FEB 2018 AT 20:08 ऊंगलियों पर गिन रहा है उम्र भर की दुरियांएक बच्चा आज भी कहींमुझमें छिपा बैठा है - Shashiprakash Saini 13 FEB 2017 AT 0:38 जहाँ तक हाथ ले जाए वहाँ जा कर भी क्या जाना हमें उस रास्ते जानाजहाँ पर ख्वाब ले जाए -