काश अगर यह आइना ना होता.........👀👀👀
क्या पता क्या गोरा क्या काला होता ,
व्यक्तित्व का वर्चस्व कुछ नया सा होता
रंगभेद में फंसा सारा जमाना ना होता "
काश अगर ये आइना ना होता l
एक कल्लू एक गोरे का शब्द बना ही ना होता,
रंग रूप का भयंकर जाल सजा ही ना होता
किसी भी रंग को भद्दा समझा ही ना होता "
काश अगर यह आईना ही ना होता l
खुद के रंग पर किसी को मलाल ना होता ,
औरों से तुलना में किसी का ध्यान नहीं होता
किसी के रंगों के बारे में मजाक नहीं होता"
काश अगर ये आइना ना होता l
मेरे विचार...... चेतन👈👈
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