Mohammad Irshad 18 FEB 2021 AT 10:12 موت کا تو ایک دن معین ھے غالب پر نیند کہ رات بھر کیوں نہیں آتی ھے غالب؟؟ - Lovely Angel 10 APR 2020 AT 23:02 यह आँखें भी कितनी फरेबी है आँख लगी नहीं कि सुबह हो जाती हैं । - DEAR DIARY 9 JUL 2017 AT 21:51 नीन्दों में अक्सर जब तुमसे बातें किया करते है तो लोग उसे बड़बड़ाना कह दिया करते है..!!! - DEAR DIARY 9 NOV 2017 AT 23:50 रोज रात को नींद ख्वाब लेके आती है और हजारों ख्वाब टूटते हैं तब जाकर कहीं सुबह होती है। - Ayman Jamal 6 APR 2018 AT 12:21 नींद अब चैन की आये कैसेइतने बरसों में कितने ख़्वाब टूटे हैं चुभते है टुकड़े इस कदर आँखों मेहर रात हम चौंक कर उठते हैं । - DEAR DIARY 20 DEC 2017 AT 21:19 पलट कर सुहानी सर्दियों की शाम आ रही है,भूली बिसरी सी यादें भी साथ ला रही है lनींद को भी कह दिया है इंतज़ार ना करे क्योंकि आज तुम्हारी बहुत याद आ रही है l - shahil sharma 19 NOV 2017 AT 19:24 कैसे पा लेते है लोग सुकूँ अपने प्रेमी के बाहों में ,हमें तो अब भी माँ की गोद मे ही आराम मिलता है । - Ayman Jamal 19 NOV 2017 AT 17:37 नींद तेरी बाहों में यूँ आईजैसे बेच के फिक्र, सुकूँ खरीदा हो। - DEAR DIARY 9 JUN 2017 AT 18:41 अब तो राते भी नाराज है मोहतरमा;तेरी यादों में नींद जो आवारा हो गई है!! - Ayman Jamal 20 NOV 2017 AT 15:22 मायूसी का शहर छोड़, उम्मीद का घर बनाबेच के सब अंधेरे, एक जुगनू खरीद ला। -