अब वो मेरे नाम से भी नफरत करते हैं,
मेरी कही हर बात को गलत करार देते हैं,
चलती है मेरे सही या गलत होने की बात कहीं तो,
मैं गलत ही हो सकती हूँ ये भी भरोषा रखते हैं,
वाह रे गलतफहमियों तुने तो कमाल कर दिया,
एक अच्छे भले रिश्ते को क्या से क्या कर दिया,
मुझे तो हमेशा के लिए गलत ही साबित कर दिया,
कितने गजब का विश्वास उनके अन्दर पैदा कर दिया...!
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