QUOTES ON #MISSINGPARENTS

#missingparents quotes

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20 NOV 2021 AT 9:51

धड़कने छोड़ आती हूँ घर पे..,
"कुछ भूल रही हूँ"..हर दफा ये एहसास होता है।

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16 MAY 2020 AT 13:02

புரியாத வயதில்
உணர்த்திய இழப்பை
புரிந்த வயதில்
ஏற்றுக்கொள்ள முடிவதில்லை !

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22 SEP 2019 AT 0:06

जैसे-जैसे शाम गहराने लगती है ,
मुझे घर की याद सताने लगती है ||
दिन तो कट जाता है यूँही ,
मगर रात कुछ समझ नहीं आती है |
जैसे ही बिस्तर पर लेटो ,
माँ की गोद सताने लगती है |
वो माँ के हाथों का खाना ,
और पापा की डाट उल्झाने लगती है |
सपने तो नहीं आते अब ,
लेकिन, खुली आँखों में ,,
उनकी तस्वीर दिखाने लगती है |
जैसे-जैसे शाम गहराने लगती है ,
मुझे घर की याद सताने लगती है ||

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3 MAY 2019 AT 17:07

मेहमानों की तरह घर से आते-जाते।
बेघर हो गए है हम कमाते-कमाते।।

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22 JUL 2020 AT 0:08

For Those Of You Who Can Still Receive Call From Your Dad Or Mom..
Don't Take it For Granted...
There are Many of Us 💔 That Can Never Get a Call From Them Again.!
Answer it Every Chance You Get.
Tell Her You Love Him/ Her 😥
Even When He/She's Getting on Your Last Nerve
Because You Never Know When It Will Be Your Last Call... 😥😥

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5 FEB 2021 AT 0:11

"घर की याद"

तेज़ रफ्तार में जिंदगी ना जानें कहाँ जा रही है!
आज फिर मुझे घर की याद सता रही है |

चाहे जहां की हर इनायत मुकम्मल हो जाए,
माँ - बाप की दुआ की कभी बराबरी नहीं कर सकती |
माँ की गोद का सुकून और पिता के हाथों की छाँव,
किसी तकलीफ को ज्यादा वक़्त मुसलसल नहीं कर सकती ||

गुस्ताखी पर माँ की डांट हो या पिता के ताने,
नवाजिश तो हर फटकार में भी छुपी होती है l
चेहरे पर हर वक़्त भले ही न जताते हो,
पर दिल में क़ुरबत तो हमेशा ही होती है ll

मंज़िल की तलाश में सब भागे जा रहे है,
घर पीछे छूट रहा है, हम आगे जा रहे है l
तेज़ रफ्तार में ज़िन्दगी न जाने कहाँ जा रही हैं!
आज फिर मुझे घर की याद सता रही हैं ll

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13 JAN 2021 AT 14:02

नफ़रत करते रहिए आप हमसे,
बस नज़र के सामने रहकर
करिए इतना काफी है,
सुख में आपके हजार
साथी है हमें पता है,
कल गम में सब चले जाए
तब इतना याद रखना कि,
आप दोनों की बेटी ही काफी है।।

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15 NOV 2020 AT 11:49

खत्म हुआ दिवाली का त्योहार अब,
चलो निकलें अपने अपने सफर पर।
अपने घर में भी मेहमान हो तुम,
ठहरोगे कब तक पूछता है अपना ही घर।
इस साल बिना पटाखों के भी आनंद आया,
लो दिवाली निकल गयी,अब साल खत्म होने आया।
आख़िर में आंखों में पानी तो उस समय आया,
जब अगली सुबह को घर से दूर जाने का ख्याल आया।

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1 NOV 2020 AT 16:55

मेरी दुनिया में जो ये उजाला है
वो मां पापा आपसे है , यूं कैद पंछी ना होकर ,
आजाद पंछी हूं मैं , यह सब मां पापा आपसे है ,
यूं भर रही हूं उड़ान
दिन - वा - दिन ये विश्वास
और साथ आपका है ,
आप दोनों हमेशा सलामत रहो ,
साथ रहो यह दुआ हर धड़कन में है....

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19 MAR 2022 AT 1:28

Just when I think I'm getting
use to you not being here,
something happens and I
remember you're gone
and the tears creep
slowly down my
face.

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