QUOTES ON #LINESONCRUMPLEDPAPER

#linesoncrumpledpaper quotes

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11 OCT 2021 AT 22:31

मशगूल रहो आप अपनी गुलशन में,जान!
बेशक ये मशरूफियत के एहसास बनाए रखना...

इश्तियाक हमें भी नहीं होगी आपसे मिलने की,
फकत फुर्सत के लम्हों तक ज़रा दिल दुखाए रखना..


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11 MAY 2018 AT 23:40

सूखा , बंजर पड़ा है नसीब मेरा ,
नेमत की बूंदों से नियति भीगा दे .।

तृषित तकदीर मेरी कराहती बरसों से ,
उम्मीद के नीर का स्वाद चखा दे ।

लिख मेरी किस्मत में सुकून को ऐ खुदा ,
या बुलाके तेरे आशियानें में ,
जन्नत से रूबरू करा दे ।

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9 JAN 2019 AT 14:51

साकी सी गुजर रही जिन्दगी...
पिला कर गैरों को, ख़ुद गैर हो रहे...

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10 MAY 2018 AT 18:04

सुकून की तलाश में दरबदर भटकना,
आदत कहे या तलाश पसंद।

हर तलाश को आज़माया फ़नाह हो कर,
पर हवाओं में गुम थी सुकून की भीनी सुगंध।

ठोकरों से रूह जख्मी , बेजान खड़ी,
दिल का ना रहा जैसे जिस्म से संबंध ।

अंततः लडख़ड़ा कर तेरे द्वार पर हारा,
सोचता हूँ कहाँ , क्यों फिरता रहा मारा ।

महक वही अब हवाओं में , फिर रूह को जुनून है।
खत्म तलाश ये, ईश्वर तेरे साये में ही सुकून है.......

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15 MAY 2018 AT 21:23

अंजान बने , खामोश सब सहते रहे ।
शायद मेरे अश्कों से सुकून नसीब हो उन्हें ,
ये सोच बेपनाह वो पलकों से बहते रहे ।
वो खंजर से रूह जख्मी कर रहे मेरी ,
हम हार कर दुनियाँ को देख हसते रहे....

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22 MAY 2018 AT 17:06

बेवक्त तेरी मोहोब्बत मांग लेते है ,
इस नादान दिल को वक्त की कीमत कहाँ.....

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9 MAY 2018 AT 17:51

पंछियो की दुनियाँ में जो तेरा मेरा रह गुजर होता ।
चुभता ना इश्क अपना किसी को ,
ना किसी की बातों में तेरा मेरा जिकर होता ।
मोहोब्बत होती , साथ होता
जायज़ नाजायज़ नहीं बस हर रिश्ता पाक होता ।


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17 MAY 2018 AT 18:17

कितनी शिद्दत से चाहते है तुम्हें , ये इन आँखों मे देख लीजिए
क्योंकि इस प्यार को बयां करदे इतने लफ्ज़ दुनियाँ में मौजूद नही ..

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14 MAY 2018 AT 21:33

शायद ये रोजाना का सिलसिला है ,
मेरा आना ,और उसका ख़ुशी में दौड़ते हुए मेरे पास आना

मैं नहीं जानती मेरे आने या जाने से किस दिल को क्या महसूस होता है
पर मैं कुछ पल में घर लौटू या दिनों में मेरी पहली आहट उसी के कानों से होकर गुजरती है ।

मैं समझ नहीं पाती अक्सर की कहना क्या चाहता है वो , ओर शायद वो भी नहीं
पर भी उसके सामने बैठ बाते दोहराते हुए घड़िया ठहरती है ।

मुझे नहीं याद की कब वो मुझसे रूठा हो , हाँ बेशक कई दफा मेने चिल्ला कर अपना इंसानी फर्ज निभाया है
प्यार , इश्क की बाते हजारों से सुनी पर पाक मोहोब्बत क्या है इसने सिखाया है

मैं कितनी जरूरी हूँ , ये एहसास मुझे हर वक्त दिलाता है
देखते ही मुझे जब खुशी से पूँछ हिलाता है
#danny #

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2 JUL 2018 AT 8:47

जब माँ का सपूत लिपट तिरंगे में आँगन को आता होगा.......
(Read caption)

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