तेरा यु आना, आकर के पास बैठ जाना, बड़ा अज़ीज़ लगता है,
मुस्कुराहट भी बड़ी खुब निखरती है, तेरे इस चेहरे पर, आँखों में चमक,
गालों पर लाली भी खुब निखरती है,
ना जाने कौन सी फुर्सत में बनाया है ऊपर वाले ने,
मेरी आँखे तुम्हे देखते ही प्यार से भर जाती है,
और उतारती है नज़र इस चाँद से मुखड़े की,
मेरी हर दुआ तुम्हे दुनिया की हर नज़र से बचाती है
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