गणित के किसी कठिन अध्याय सा है तू,
आसानी से समझ में ही नहीं आता।
पर कोशिश ज़ारी है
तुझे पढ़ने की, तुझे समझने की
तभी तो, जब कभी
तेरे कुछ एक सवाल हल कर जाती हूँ
मज़ा बड़ा आता है।
वो अलग बात है कि
तेरी हर एक पहेली में उलझना
अभी बाकी है,
तेरे मुश्किल से मुश्किल प्रश्न को सुलझाना
अभी बाकी है,
तुझे पूरा समझना
अभी बाकी है।
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