बताने का भी कोई फायदा नहीं है, जनाब. क्योंकि जिसे समझना होता है वो तो आंखों से भी समझ लेते हैं और बार-बार बताने से तो लोग हमें सिर्फ बेवकूफ समझ लेते हैं।।
कहने को तो, वो और मैं एक ही है. फिर भी मैं कॉल न करू, तो उसका भी हिसाब मांगा जाता है. इश्क करना ही काफी नहीं मेरे दोस्त, गर न जता पाओ तो ज़बाब मांगा जाता है