यह नमक का शहर है
कहाँ ज़ख्म खोल के बैठ गया पगले
यह नमक का शहर है।
यहाँ टूथपेस्ट में नमक हो न हो
दूसरों के ज़ख्म के लिए बहूत है।
यह नमक का शहर है
यहाँ मतलब का पहर है
सब खुदगर्ज़ो का कहर है
न किसी ख़ुशी की यहाँ लहर है
यह नमक का शहर है।
यहाँ ज़ख्म पर मरहम लगाने वाला कोई न है
मरते को पानी पूछने वाला कोई न है
जले पर बर्फ लगाने वाला कोई न है
आग पर पानी डालने वाला कोई न है।
यह नमक का शहर है
यहाँ लिबास के अंदर इंसान कोई न है।
यहाँ अंधकार का ही पहर है
होती न कोई सहर है
मतलब की बहती नहर है
खुदगर्ज़ी की लहर है
यह नमक का शहर है।
यह नमक का शहर है।।
संभल कर रहना ज़रा
तमाशा देखने वाले बहूत हैं यहाँ।
हर किसी के सामने अपने ज़ख्म मत खोलना
नमक से होली खेली जाती है यहाँ।
क्योंकि यह नमक का शहर है
यह नमक का शहर है।।
-