Mukul Mittal 24 FEB 2018 AT 22:46 कुछ इस तरह का मज़हब है इश्क़ काकिसी को बाग दिया कोई पत्ता ज़र्द हो गयाकुछ इस तरह का मज़हब है इश्क़ का किसी का यार मिला कोई गम ए तन्हाई में रो गया कुछ इस तरह का मज़हब है इश्क़ का किसी को शैतान में खुदा मिला कोई खुदा , शैतान हो गया... - vivek sah 15 APR 2018 AT 17:35 Kaise aada karun mai uska sukriya jo usne is begane kafir ko ek naya mazhab de diya. -