लगता तो नहीं? तुम दिल से भी सच्चे हो,
अच्छा, बोलते थे तुम मेरे अलावा कोई नहीं !
फिर को पुरानी किताब में सुखा गुलाब किसका है??
अच्छा चलो मान लिया एक पल के लिए तुम अच्छे हो,
ज़रा ये बताओ रोज शाम खिड़की से सामने निहारते हो, आपके घर के सामने वो मकान किसका है??
कहते थे, कोई नहीं प्यारा तुम्हे मेरे शिवा !!
लगता तो नहीं ? तुम इतने सच्चे हो !!
अच्छा चलो आऊंगी मै तुम्हारे आंगन
ज़रा ये बताओ तुम्हारी संदूक में रखे वो कंगन किसका है??
लागत तो नहीं ?? तुम इतने सच्चे हो!!
-