हिमांशु झा 6 MAY 2019 AT 21:52 सारे जहाँ में ना होगा कहीं,तुम सा कोई ना तुम सा हसीं।तुम्हें देख के यूं लगता हैं जैसेमिला बे-सहारे को सहारा कोईतुम सा कोई ना तुम सा हसींमैंने तुम्हें जब से चाहा तो जानातुम हो तो मैं हूँ वर्ना नहींतुम सा कोई ना तुम सा हसींमैंने तुम्हें अपना माना हैं जब सेतब से मुझे खुद का होश भी नहींतुम सा कोई ना तुम सा हसींतुम मिल गए हो तो यूं लगता हैंझरने को जैसे मिली हो नदीतुम सा कोई ना तुम सा हसीं - Jyoti Awasthi 2 DEC 2020 AT 13:39 उसकी एक मुस्कुराहट पर हम होश गवा बैठे हम होश में आने ही वाले थे कि वो फिर मुस्कुरा बैठे.....❤️ - Amit Agrahari 16 SEP 2020 AT 0:08 मदहोशी में लिखे अल्फाज़ घुट रहे है पन्नों के बीच,महफ़िलों के लिए अभी जुबां पे ताले है,मज़ा छोड़, ख़्वाब को अव्वल दर्ज़ा देकर,होश ने अपने इरादे यूं बदल डाले हैं - Pratap Thakur 26 MAR 2019 AT 12:24 खुद की भी होश ना रही मुझे,सब कहते हैं मायुस रहता हुंं मैं ।😞😞😞 - Satyendra prajapati 23 JUN 2021 AT 21:10 आंख मिला और होश में आ।आ मेरी जां मेरी आगोश में आ।। - Lakhan prajapati 11 JUL 2020 AT 12:15 कभी गालो पर तो कभी आखों पर ,अब मै होश सम्भालु या उसकी जुल्फे ! - ankita makwana 17 JUN 2019 AT 11:12 ये नजर नहीं नशा है,जो चख ले फिर उसे होश कहाँ हैं।। - Satyam Srivastava 30 JUN 2019 AT 6:50 पता नही लोग लबो से लबकैसे मिला लेते है,उनकी तो हमसे नजरे हीमिल जाये तो वो होश गँवा बैठती है। - Bharati K 9 AUG 2020 AT 23:27 Tujhe yad karte karte,Na jane mene kitne afsane likh dale..Jab hosh aaya to pata chala,Logo ke liye ham shayar ban baithe.. - Harsh Jain 4 MAY 2021 AT 20:21 ये उड़ती ज़ुल्फें, ये बिखरी मुस्कान, एक अदा से संभलूँ, तो दूसरी होश उड़ा देती है... -