बेटी हूं पापा मैं आपकी, बेटी ही मुझको रहने दो,
ना समझो अभिशाप मुझे, वरदान ही मुझको रहने दो,
आसमानों में उड़ने दो, हवाओं संग मुझको बहने दो,
कमजोरी नहीं, ताकत हूं आपकी, यूं कोख़ में ना मुझको मरने दो,
मेरी भी जिंदगी है, मेरे सपने हैं, मेरे सपनों में रंग मुझको भरने दो,
हौसला अफजाई करो मेरा, ना यूं बुरी नजर से मुझको डरने दो,
मैं भी भाई सा नाम कमाऊंगी, बाहर मुझको भी पढ़ने दो,
ये सोच समाज की छोटी है, यहीं बड़ा कुछ मुझको करने दो,
संघर्ष बड़ा अभिमानी है, बस मुश्किलों से मुझको लड़ने दो,
और भी मजबूत बन जाऊंगी, बस संघर्षों में मुझको पलने दो,
तूफ़ानों से लड़ जाऊंगी मैं, एक हूंकार तो मुझको भरने दो,
जग को बौना साबित कर दूंगी मैं, बस एक बार मुझको लड़ने दो,
सांसें बहुत मजबूत मेरी, सपनों की सीढ़ियां मुझको चढ़ने दो,
ये दुनिया भी याद करेगी मुझे, बस अकड़ कर मुझको चलने दो,
नेकी की राह पर चलूंगी सदा, बस एक कदम तो मुझको बढ़ने दो...
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