Aradhya Raghuwanshi 7 JAN 2020 AT 14:50 अब समझ आने लगा मुझेलड़कियाँ बड़ी होकर क्यों गुड़ियों से नहीं खेलती क्योंकिजब वो बड़ी होती हैं तो लोग उनकी जिंदगी से खेलने लगते हैं - इकराश़ 2 JAN 2019 AT 7:21 आज़ाद नहीं कोई यहाँ, सबके अपने गम है,होठों पे हंसी है मगर, सबकी आँखें नम है। - PRIYA SINGH 25 FEB 2021 AT 13:16 Vikrant - PRIYA SINGH 31 OCT 2020 AT 8:04 ये पल भी बीत जायेगा, गम है थोड़ा तो ठहर कर जायेगा।। - ___________ "बघेल" 4 OCT 2020 AT 6:34 अब तो हँसने से भी डर लगता है.......कहीं मेरे गम बुरा न मान जायें!! - ___________ "बघेल" 5 OCT 2020 AT 6:35 इस शोर भरे शहर में भी खामोश होकर बैठा हूँ।न जाने कितने गमों को अपने भीतर समेटकर बैठा हूँ।। - Arsh Pathan 9 MAY 2021 AT 8:47 इस वक़्त की गर्दिशों का ग़म ना करोबदल जाएंगे हालात आंखें नम ना करोटिका है कौन सा तूफ़ान अब तलक यहांबस मुश्किलों में हौंसले कम ना करो - Aradhya Raghuwanshi 24 SEP 2021 AT 22:31 मुझे मंज़ूर था लोगों का लगाया हर एक इल्ज़ाम कम्बख्त अब अपनों से , अपने लिए ओर कितनी बहस करती - Aman srivastava 6 JUN 2019 AT 13:49 आशिकी सच्ची अगर की है तुमने .... तो केवल गम और गम होगा... डॉक्टर, हकीम, वैध कुछ भी बुला ले... दर्द तेरा ना कम होगा... - Anil Sharma 10 MAY 2019 AT 14:50 गम खामोश हो गए है मेरे .. जब से आए हैं आगोश में तेरे .. -