चलो आज कुछ खास करते हैं....
दिया जो भी कुछ इश्वर ने,,,,
उसे उसके नाम करते हैं..
अपना सब कुछ समर्पित उनको करते है...
हुआ जो हमारे साथ...
हो रहा जो आज...
होगा जो आज के बाद...
जो आई गम, जो आई खुंशियां,..
सब उनके हाथ रखते हैं...
हो रहा जो भी, कर रहा वही..
जो भी ये कर रहा ,है वो ही सही..
इस समर्पित भावना से हम कुछ आराम करते हैं...
मन को शांत करते हैं,,...
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