QUOTES ON #DEEPTHOUGHTS

#deepthoughts quotes

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10 JUN 2020 AT 15:47

सब कुछ कहॉ॓ कह पाते हैं
ना चाहकर भी चुप रह जाते हैं,
कहना कुछ अौर चाहते हैं,
कह कुछ और जाते हैं ।।


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26 APR 2020 AT 5:15

When you turned to leave,
I knew you were nothing
But an extinguished flame,
Only thing left in my heart
was black smoke...

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3 SEP 2020 AT 12:47

ओ रंगरेज.........
इश्क का एक आठवां रंग
होना मुनासिब था..
तेरी सुस्ती ने
जहां को बस
सात रंगों में समेट दिया...।।

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8 JUN 2019 AT 1:50

"तुम्हें नींद नहीं आती क्या?"
"मैं सोना नहीं चाहती।"
"वो क्यों?"
"मुझे डर है कहीं मेरे साथ मेरे ख़्वाब भी न सो जाएं।"

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18 JUN 2020 AT 13:41

अगर गहराइयों में जाओगे तो बहुत कुछ मिलेगा
वरना ऊपर की लहरें तो हर किसी को दिखाई दे जाती हैं

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17 JUN 2019 AT 16:18

विरह
आग है
जिसमें शरीर नहीं जलता
जलती है तो केवल आत्मा
दो आत्माओं के मिलन से बना रिश्ता
जब आख़िरी साँस लेता है
तो बिलख पड़ता है आसमान
रो देती है धरती
और शोक में डूब जाता है पूरा ब्रह्मांड
विरह
हलाहल(विष) है
जो गले में ही कहीं अटका रहता है
जिसे निगला नहीं जा सकता
और उगलना भी मुश्किल होता है
जब विरह वेदना
चरम पर पहुँच जाती है
तब नर्म सा हृदय कठोर बनने लगता है
और फिर अंत हो जाता है
संयोग-वियोग के इस खेल का

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24 APR 2020 AT 18:29

गुनाह तो बहुत किये मेरे मालिक...
उन गुनाहो की सजा मुझे इस कदर ना दे...
परखे मेरी मोहोब्बत को वो....
मेरी मोहोब्बत को ये हया ना दे....

मेरी हर दुआओं मे उसकी सलामती की दरखाज है..
जाया ना कर मेरी मोहोब्बत की दास्ता..
वो ख़ुश रहे अपनी दुनिया मे...
इस दिल को बस उसकी सलामती की प्यास है....

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21 MAY 2019 AT 17:44

मैं प्रतीक्षा हूँ
तुम्हारे लौट आने की प्रतीक्षा
तुम हठ हो
कभी न लौटने का हठ
यह प्रेम एक भ्रम मात्र है
जो मुझे तुमसे जोड़े रखता है
तुम्हारा स्पर्श
बारिश की कोमल बूंदे हैं
और मेरा जिस्म
कोई प्यासा मरुस्थल
मेरे कान
किसी खाली मकान से लगते हैं
जिनमें गूँजती हुई
तुम्हारी हँसी
किसी मधुर संगीत सी लगती है
मेरा ज़ेहन
खुला आसमान प्रतीत होता है
जिसमें विचरती
तुम्हारी यादें
किसी उन्मुक्त पँछी सी लगती है

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10 MAY 2019 AT 20:05

मेरी कविताएँ छप्पन भोग हैं,
और मैं महज़ एक खाली थाली।

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14 JUL 2020 AT 12:03

"गौरा सी अर्पित मैं रहूं" !!
शंकर सा अविचल मुझको भी मेरा अर्धांग चाहिए!!!

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