बेपनाह इश्क़
तकिए के नीचे रखे आज भी कहीं तस्वीर तुम्हारी
तस्वीर से जुड़ी वो यादें वो कहानी मेरी तुम्हारी
आहिस्ता से आया आंसू,लेकर तेरे ख्याल को
बहकर महसूस कराता साथ बीते एहसास को
ये बेचेनिया,जो करवटों के साथ बढ़ती जाती है
बेहाली तेरे प्यार की रूह,आज भी इंतजार करवाती है
गुजरा हर वो पल सुबह का हो या शाम का,
खुशी का या गम का हर लम्हा इश्क़ ए रुहान का
तेरा हिस्सा है मुझमें,तुम बन गए जिंदगानी
लेकिन सिसकती ये रात,अक्सर तेरे लिए तड़पाती
साथ नहीं तो क्या,तेरा वो प्यार,दीदार,मुस्कान साथ है
है बेपनाह इश्क़ आज भी,मेरी हर धड़कन पर सिर्फ तुम्हारा नाम है
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