कुछ धागे उखड़े ही अच्छे लगते हैं जैसे फटी हुई जीन्स कुछ ज़ुल्फें बेतरतीबी से बंधी हुई ही अच्छी लगती हैं और चाहत सिर्फ बेरुखी के पीछे शर्मा कर छिपी होती है, कभी कभार झांकती है और गले लगा जाती है
बातें खूबसूरत थीं, और सूरत भी लाजवाब थी। नशे में चूर हो गया, आँखें उसकी शराब थी।। चलो अच्छा हुआ, जो नशा उतर गया उसका। अच्छी तो बहुत थी, पर सेहत के लिए खराब थी।।
Muh se nikali baatein aksar 🙊Sach nahi hoti Ke Muh se nikali baatein 🙅aksar Sach nahi hoti Aap 😇humare ho jao💁 Aur hum💖 aapke Itni aasan ❌ kahaniya bhi nahi hoti