Aziz A 13 JUL 2020 AT 16:04 Kareeb se parkha hai humne,Ek gazab ki riwayat ho tum,Jo samaj ke bhi samjha na sake,Woh haseen ayat ho tum. کریب سے دیکھا ہے ھمنے ایک گزب کی روایت ہو تم جو سمج کے بھی سمجھا نا سکے وہ حسی آیت ہو تم - Monika Agrawal 16 MAY 2018 AT 12:18 मैं कहती तो जगबीती हूँ,..पर तुम आपबीती समझ लेना। - Monika Agrawal 18 FEB 2018 AT 13:05 मुझे रोग, इश़्क था,वो पेरासिटामोल देती रही मुझे। - Monika Agrawal 2 MAR 2018 AT 20:47 अँधेरा, उजाला बनता जा रहा है,...कोई रोको,शख्स मेरा, मुश्किल होता जा रहा है। - Syeda Zulequa 13 AUG 2023 AT 20:25 Only those who come before Allah with a pure heart will be saved | 26 : 89 | - Monika Agrawal 20 JAN 2018 AT 16:25 लाज़मी है कि तुम मुझे अभी, बहुत याद आ रहे हो,लेकिन वक्त तुम्हारे पास नहीं, तो मेरे पास भी नहीं है । - Monika Agrawal 21 JAN 2018 AT 18:32 मेरी दुनिया, समझती हूँ मैं उसे,...और वो मुझे अपना, बिछौना समझता है । - Monika Agrawal 7 FEB 2018 AT 23:24 तुम नाराज हो जाते हो, जल्दी ही,यहाँ जब मैं,पहले से ही नाराज चल रही हूँ। - Monika Agrawal 22 FEB 2018 AT 18:17 तेरा कुछ नहीं बिगङा,..बस मरी ही नहीं मैं । - Monika Agrawal 25 JAN 2018 AT 13:06 कैद कर के तुम, जला रहे हो मुझे,..आजाद मैं शायद, तुम्हें अच्छी आंच देती। -