अब तक जो अनकही बात थी मन मे,
चलो आज बता ही देता हूं,तुम कैसी हो,
मेरे ख्वाबों में जो सज रही थी तस्वीर,
जैसा मैंने सोचा था बिल्कुल,तुम वैसी हो,
जिंदगी बिन तुम्हारे अधूरी सी थी,
पाकर तुम्हें हर कमी पूरी हो गई है,तुम ऐसी हो,
दुनिया हसीन लगने लगी है तुमसे मिलके,
नजरें ढूंढ रहीं थी इक भोली सूरत,तुम जैसी हो !
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