रात भर रोती रही वो आँखें,
चाँद को तकती रही वो आँखें,
जाने किसकी याद में जागती रही वो आँखें।
अश्को की अब क्या कीमत लगायी जाए
की हर आँसू के गिरते,
किसी को पुकारती रही वो आँखें,
बस इंतजार में जागती रही वो आँखे।
पलकों पे तस्वीर लिए अपने यार का ,
तरसती रही वो आँखें,
कहना चाहा बहुत कुछ,
पर खामोश रही वो आँखें।
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