गिर कर उठना, उठ कर गिरना
विशाल आसमां में अकेले उड़ना
कभी अपने लिए,कभी अपनो के लिए लड़ना
रोकों नहीं टोंको नहीं सीखने दो उसे खुद से जीना
कभी जो वो गलत उड़ान भरने लगे
सिखलाओ ज़मीं का महत्व उसे
पर समझो ना घोंसले की मर्यादा उसे
गलती करके स्वंय सुधारना सीखने दो उसे
फूल नहीं फ़ौलाद बनने दो
परिंदो को खुल कर उड़ने दो
चट्टानो से भी लड़ना सीखने दो
रिहा कर उसे खुद का घोंसला बनाने दो।।
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