कल खबरों में सुना था कि,
एक सितारे को कोरोना हुआ..
तो क्या यह कोरोना अब,
अंतरिक्ष में भी पहुंच गया ?
सितारा होने को तो जाने,
क्या-क्या सहना पड़ता है..
बारह मास आठों पहर,
जलते रहना पड़ता है..
©drvats
सूरज के सम्मान में तारे,
दिन में जा छिप जाते हैं..
सबसे विशाल होकर भी,
खुद को सूक्ष्म दिखाते हैं..
यहां धरती पर न जाने कैसे,
ये सितारे बनाए जाते हैं..
सूरत, मशहूरी, वंश, अमीरी
सर पर चढ़ाए जाते हैं..
©drVats
जैसे आसमान में सितारा,
केवल बन सकता है आग से,
धरती पर भी बन सकता है,
सिर्फ परोपकार और त्याग से..
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