Supriya Sinha  
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Joined 17 February 2017


Joined 17 February 2017
23 OCT 2021 AT 19:37

शीर्षक - चाँद गवाह
प्रेम के छाँव तले
तेरे-मेरे रिश्ते का
बना चाँद गवाह ।
मैं बन गई
मधु-कलित चाँदनी
पाने चाँद का साथ ।
पैरों में पाज़ेब
अलकों में गजरा
चली अपने चाँद के पास ।
देख तेरा रूप सलोना
अतीव नेह छलक उठा
आकुल मन के दर्पण में ।
रोम-रोम-आह्लादित हुआ
मुग्ध-मगन हुआ तोसे
प्रगाढ़-प्रेम के मिलन में ।
मृदु-अनूठी अनुराग में
हमेशा के लिए ,,
अटूट प्रेम की डोरी से
बँध गए मैं और मेरा चाँद
हो गए साथ-साथ ।

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14 OCT 2021 AT 15:36

अनंत आनंद , उमंग-हर्ष भरा उत्सव
शुभ-मंगल-शुभ पावन त्योहार दशहरा ,,
क्षमा ,,दया,,स्नेह की मूरत माता वैष्णवी
की दिव्य आभा से दीप्तमान है जग सारा ।
भक्तजन के जीवन का आधार है माता
सबकी मुरादें पूरी करती माँ मेरी कुण्डासना,,
सबकी झोली खुशियों से भरनेवाली माता
जन-जन का कल्याण करती माँ मेरी सुबाणा ।
रिपु ,दानव-दल , बुरी शक्तियों को
अपनी प्रचण्ड-प्रबल शक्ति से कर देती स्वाहा ,,,
हे , जगतजननी रक्षक है तू संपूर्ण-सृष्टि की
सारी शक्ति तुझमें विद्यमान है,,हे माँ स्वधा ।
संपूर्ण जग में अनगिनत हिंसक बुराईयाँ
सरेआम मचा रही है दहशत का तांडव ,,
खौफ का मंजर दिन-ब-दिन फैल रहा
इन्सानी लबादा ओढ़े असुर बने हुए हैं भक्षक ।
शतबाहु , वज्रायुधा , हे मां खड्गधारिणी
सारे दुर्गुण, सारी बुराईयों का संहार करो माँ ,,
दहशत का नामोनिशान ना हो जग में
सुखमय-खुशहाल जीवन का संचार करो माँ ।
हे माँ , ब्राह्मी तेरे चरण - रज तले स्वर्ग बसे
तेरे आशीर्वाद से खुशियाँ ही खुशियाँ बरसे ,,
सबके अधरों पर मुस्कान बिखेरने वाली माता
तेरे दर पर हमेशा सुख-समृद्धि का अमृत-कलश छलके ।

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14 OCT 2021 AT 15:31

शीर्षक - अम्बे शुभमंगलदायिनी
धरणी-अम्बर,जल-थल,यत्र-तत्र-सर्वत्र गूँज रहे
माँ दुर्गा तेरे जय-जय-जयकार की प्रतिध्वनि ,,
शंख-नगाड़े, ढोल-मंजीरा, झाल-मृदंग,मंगल-गान
गूँज रहे तेरे मंदिर में हे अम्बे शुभमंगलदायिनी ।
नमो-नमो अम्बिके हे माता वेदशक्ति शाकम्भरी
होकर करबद्ध अनवरत् करूँ तेरी चरणवंदना मैं ,
पावन श्रद्धा -भक्ति से पूजा का थाल सजाकर
होकर तेरे चरणों में नतमस्तक करूँ तेरी अभिवंदना मैं ।
लाल-लाल चूनर ओढ़े माँ तेरा दिव्य-रूप विलक्षण
कानों में कुंडल,लाल चूड़ियाँ,माथे विराजे स्वर्णटीका,
पैरों में शोभे लाल महावर,बिंदी बिखेड़े अनूठी आभा
लोकातीत है तेरा स्वरूप हे माँ,सुवर्णवर्णा सुधात्मिका ।
कर में सुशोभित त्रिशूल,शंख,चक्र,वज्र, दण्ड और पाश
रूप तेरे अनेक माता शुम्भदर्पहरा, नारसिंही,नारायणी,,
अपार खुशियाँ लेकर आया है विजयादशमी का त्योहार
अद्भुत तेरी महिमा है माता शुभ्राम्बधरा षट्चक्रमेदिनी ।
तेरा अप्रतिम मोहक मूरत माता सबके मन को मोहे
तेरे नवरूप दर्शन मात्र से सारी विपदा, संकट टले ,,
सद्भूति , सद्गति प्रदायिनी माता सर्वमंगलकारिणी
अपने अनुपालक की सारी पीड़ा क्षण में स्वाहा करे ।

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14 OCT 2021 AT 11:41

मैं खुशबू हूँ ।
एक मदमस्त रवानी
उन्मुक्त वेग से बहने वाली
उत्साह , उमंग की मंदाकिनी ।
मैं खुशबू हूँ ।
यादों की अनजानी पहेली,,
खुशी और ग़म की सहेली ।
लबों पर मचलती मुस्कुराहट,
प्रेम - तराने की गुनगुनाहट ।
मैं खुशबू हूँ ।
प्रेम की रूबाई बनकर उतरी
यादों की शोख गज़ल में ,,
मुमताज की याद में बनी संगमरमर से
तरासे हुए ताज महल में ।
मैं खुशबू हूँ ।
मैं जिंदगी के हर रंग में शामिल हूँ ,,
जीवन की पारदर्शिता दर्शाती
शुभ्र , धवल सलिल हूँ ।
मैं खुशबू हूँ ।

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13 OCT 2021 AT 9:50

शुभ-अमृत-रस बरसाने वाली
माँ सुन ले मेरी विनती
मेरी सारी विपदा,व्याधि
क्लेश का अवसान कर दे ,,
सुख-समृद्धि ,शक्ति-उक्ति
विवेक-विद्या को सबल कर
मेरे दामन में माँ विंध्यवासिनी
अखंड-सौभाग्य का वरदान दे दे ।

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13 OCT 2021 AT 6:45

धरणी-अम्बर,जल-थल
यत्र-तत्र-सर्वत्र गूँज रहे
माँ दुर्गा तेरे जय-जय
जयकार की प्रतिध्वनि ,,
शंख-नगाड़े, ढोल-मंजीरा,
झाल-मृदंग,मंगल-गान
गूँज रहे तेरे मंदिर में
हे अम्बे शुभमंगलदायिनी ।
नमो-नमो अम्बिके हे माता
वेदशक्ति शाकम्भरी
होकर करबद्ध अनवरत्
करूँ तेरी चरणवंदना मैं ,
पावन श्रद्धा -भक्ति से पूजा
का थाल सजाकर
होकर तेरे चरणों में नतमस्तक
करूँ तेरी अभिवंदना मैं ।

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26 SEP 2021 AT 12:37

घर की रौनक-ए-शान होती है बेटियाँ
ईश्वर का वरदान होती है बेटियाँ ।
घर को खुशियों से रोशन करती है बेटियाँ,,
सबके लबों पर मुस्कान लाती है बेटियाँ ।
संस्कारों को अपने अंदर सहेजती है बेटियाँ ,,
माँ-बाप के अरमानों को सँवारती है बेटियाँ ।
सुख-समृद्धि -सौभाग्य की सौगात है बेटियाँ,,
सुखद-सुकून से भरा अद्भुत जज़्बात है बेटियाँ ।

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21 SEP 2021 AT 0:12

खुशियों के "गुल्लक" में शामिल
रहे तेरी सुमधुर-सरस किलकारी 'गुल्लू' ,,
जिंदगी के हर लम्हे में,बेपनाह ममता के छाँव तले
गूँजित होती रहे तेरी रम्य-अठखेली 'गुल्लू' ।
साँसो में संजीवनी संचारित करने वाली
अपने मम्मा - पापा की जान हो तुम ,,
दुनिया की हर बेशकीमती चीज से
अजीज अनमोल मेरी पूरी ज़हान हो तुम ।
फख्र है हम सबको तुम पर ,, हमारे
घर-परिवार की नाज-ए-शान हो तुम ,,
लख-लख बारी वारी जाऊँ तेरी मुस्कान पर
हम सबकी जान और अभिमान हो तुम ।
Happy Birthday 🎂🎂🥳🎉
My chocopie 💞💞🍨🍨

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21 SEP 2021 AT 0:06

अत्यंत मृदु - शुभ्र - सौम्यता से परिपूर्ण
मोहक - मनहर चाँद सी मूरत ,,
हसीं जिंदगी की ख्वाब जैसी खुबसूरत ।
हो तुम मेरी देवशी ।
तू मेरा अंश ,, तू मेरा वंश
मेरे वजूद का पूर्ण हिस्सा ,,
असीम ,अथाह जज्बातों से जुड़ी,,
रूह से जुड़ी सुखद एहसास
हो तुम मेरी देवशी ।
उन्नति के कनकाभ-शिखर पर
तुम्हारा नन्हा - सा कदम बढ़े ,,
हर पल तुम्हारी जिंदगी में
जीत का बुलंद-जश्न सजे ।
हर तकलीफ, हर हार, हर दर्द
तुझसे कोसों दूर रहे ,,
तुम्हारी जिंदगी में खुशियों की
स्नेह - उर्मि लहराती रहे ।
दीर्घायु रहो तुम,अनंत सुख-सौभाग्य
शुभकामनाओं भरी सौगात
तुम्हारी जिंदगी में फलती रहे ।

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21 SEP 2021 AT 0:00

घर औ प्राँगण में अनवरत जारी है चहल-पहल
आशीष, बधाई और स्नेह का सिलसिला ,,
तेरी खिलखिलाहट से रोशन होकर जगमगा उठा है
झिलमिल-झिलमिल रौनक-ए-सितारों सा मेला ।
प्रगति के कनकाभ-शिखर पर तुझे तुम्हारी जीत हासिल हो
लबों पर हमेशा मंद- मंद स्मित मधु- मुस्कुराहट हो ,,
तेरी जिंदगी में सुख-समृद्धि-सौभाग्य हो असंख्य-आपार
ग़म कोसों दूर रहे,जिंदगी में हमेशा खुशियों की आहट हो
Happy Birthday 🎂🎂
My Gullu💞💞💞

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