हाँ, ज़ुर्रत मैने की हैतुमसे वफ़ा करने की।बेवफाई का रास्ता तो खुला है हीक्या पता वफ़ा किसी नयी मंज़िल को ले चले।। - Subh
हाँ, ज़ुर्रत मैने की हैतुमसे वफ़ा करने की।बेवफाई का रास्ता तो खुला है हीक्या पता वफ़ा किसी नयी मंज़िल को ले चले।।
- Subh