छोटी छोटी चीजों को उतनी एहमियत दो जितनी के वो लायक है,ऐसा ना हो कि वो चीज़े कल ना हो और तुम सिर्फ उन्हे भीगी आँखो से याद करते रह जाओ | - shreya_writes
छोटी छोटी चीजों को उतनी एहमियत दो जितनी के वो लायक है,ऐसा ना हो कि वो चीज़े कल ना हो और तुम सिर्फ उन्हे भीगी आँखो से याद करते रह जाओ |
- shreya_writes