तू मेरा है मैं तेरी हूँ है ये हमको मालूमफिर क्यूँ दुनिया को समझाऊँ मैं भाड़ में जाए दुनियादारीक्या क़ायदे क्या क़ानून -
तू मेरा है मैं तेरी हूँ है ये हमको मालूमफिर क्यूँ दुनिया को समझाऊँ मैं भाड़ में जाए दुनियादारीक्या क़ायदे क्या क़ानून
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यादों का कोई मौसम नहीं होता वो तो बस तूफान लाती हैं। -
यादों का कोई मौसम नहीं होता वो तो बस तूफान लाती हैं।
दश्त-ए-तन्हाई में ऐ जान-ए-जहान लरज़ान है तेरी आवाज़ के साये तेरे होंठों के सेराब दश्त-ए-तन्हाई में दूरी के खस-ओ-खाग़ तले खिल रहे हैं तेरे पहलू के सामें और गुलाबदश्त-ए-तन्हाई में ... -
दश्त-ए-तन्हाई में ऐ जान-ए-जहान लरज़ान है तेरी आवाज़ के साये तेरे होंठों के सेराब दश्त-ए-तन्हाई में दूरी के खस-ओ-खाग़ तले खिल रहे हैं तेरे पहलू के सामें और गुलाबदश्त-ए-तन्हाई में ...
एक मुद्दत से आरज़ू थी उसकी मोहब्बत की ,मिली तो इस शर्त पर कि किसी से ना मिलो । -
एक मुद्दत से आरज़ू थी उसकी मोहब्बत की ,मिली तो इस शर्त पर कि किसी से ना मिलो ।
खंजर से वार किया था तुमने ,सुई चुभोने का हक़ तो हम भी रखते हैं। -
खंजर से वार किया था तुमने ,सुई चुभोने का हक़ तो हम भी रखते हैं।
उन्होंने जब पूछा "सब ठीक है ?"हम सोचते ही रह गए क्या ठीक है । -
उन्होंने जब पूछा "सब ठीक है ?"हम सोचते ही रह गए क्या ठीक है ।
कसकर ही पकड़ा था हाथ मैंने तोपर जाने वाले क़दमों को कैसे रोकतेहम अकेले कितने हाथ पैर मारतेडूब रहे थे आखिर कब तक सांस रोकतेकोई अड़ गया हो जब बाग़ को उजाड़ने मेंगुलाब को तोड़ने से कांटे कब तक रोकतेउनसे रिश्ते पे था हमे सबसे ज्यादा गुरूरवो हमारा गुरूर ना तोड़ते तो क्या तोड़ते -
कसकर ही पकड़ा था हाथ मैंने तोपर जाने वाले क़दमों को कैसे रोकतेहम अकेले कितने हाथ पैर मारतेडूब रहे थे आखिर कब तक सांस रोकतेकोई अड़ गया हो जब बाग़ को उजाड़ने मेंगुलाब को तोड़ने से कांटे कब तक रोकतेउनसे रिश्ते पे था हमे सबसे ज्यादा गुरूरवो हमारा गुरूर ना तोड़ते तो क्या तोड़ते
हर कदम पे यहाँ इतनी आज़माइश है किपत्थर को भी पत्थर होने की ख्वाहिश है । -
हर कदम पे यहाँ इतनी आज़माइश है किपत्थर को भी पत्थर होने की ख्वाहिश है ।
कभी ऐसा भी दिन आए ,मै रूठू तो तू मुझे मनाए । -
कभी ऐसा भी दिन आए ,मै रूठू तो तू मुझे मनाए ।
माना जिदंगी पहले भी मेरी आबाद ना थी ,पर जैसी भी थी इतनी तो बरबाद ना थी । -
माना जिदंगी पहले भी मेरी आबाद ना थी ,पर जैसी भी थी इतनी तो बरबाद ना थी ।