सुनो,
भुलाऊं कैसे तुम्हे, भुलाया भी नहीं जाता..
शोर अब दिल का छुपाया भी नहीं जाता..
अये मेरी हम'नफ़स, तुम बांट लो ग़म मेरा,
किसीको इस क़दर सताया भी नहीं जाता..
तुम मकीं हो दिल के,तुम्हे सब ख़बर होगी,
चीरके दिल मुझसे दिखाया भी नहीं जाता..
मज़ीद कितने इम्तिहान और अभी बाकी है,
इतना तो इश्क़ में आज़माया भी नहीं जाता..
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