लहरों की आहटें भी पहचानते हैं किनारे दुआओं की खामोशियाँ भी सुन लेते हैं ये सितारे तुम नैन पढ़ लो हमारे हम नैन पढ़ लें तुम्हारे ना लफ्ज़ों के तुम लो सहारे ना लफ्ज़ों के हम लें सहारे तुम नैन पढ़ लो हमारे हम नैन पढ़ लें तुम्हारे
मेरे कांधे पे तुम रखदो ना सर सारी थकां उतर जायेगी कुछ पल के लिये थाम लूँगा समा पहाड़ों पे नदिया ठहर जायेगी इन लम्हों में जिंदगी की उमर आँखों के आगे गुज़र जायेगी