19 APR 2018 AT 15:56

वक़्त करे सितम तो आ जाना
अपनों से मिले गम तो आ जाना

छोड़े जो कोई हाथ तो आ जाना
चाहो जब मेरा साथ तो आ जाना


मैं वक़्त की गति मोड़ दूँगा
अपनों की नई फहरिस्त जोड़ दूँगा

तेरे लिए नई दुनिया बसाऊँगा
और तुझको अपनी दुनिया बनाऊँगा

- ✍ शुभम