उमर गुजर गई हमें कुछ रिश्ते निभाने में, एक दोस्ती ही थी जिसे कभी निभाना ना पड़ा, रहता था जब भी, मैं कभी तकलीफ मेंएक दोस्त ही थे जिन्हें कभी बतलाना ना पड़ा। -
उमर गुजर गई हमें कुछ रिश्ते निभाने में, एक दोस्ती ही थी जिसे कभी निभाना ना पड़ा, रहता था जब भी, मैं कभी तकलीफ मेंएक दोस्त ही थे जिन्हें कभी बतलाना ना पड़ा।
-