मैं आज नही तो कल, मेरे कामयाबी के पर्चे जगह-जगह बाटूँगा;तुम कहो,मेरी खुशी मैं अपनी खुशी समझकर तुमने कब मेरे जज़्बात बाँटें है...?? - © शै. भा. राऊत.
मैं आज नही तो कल, मेरे कामयाबी के पर्चे जगह-जगह बाटूँगा;तुम कहो,मेरी खुशी मैं अपनी खुशी समझकर तुमने कब मेरे जज़्बात बाँटें है...??
- © शै. भा. राऊत.