अश्क बह जाता है......सिसकियों से पहले,सपना टूट जाता है......सजोने से पहले।मोहब्बत नहीं किसी बेकसूर की हिमायत,कोई तो रोक देता हमें......गुन्हेगार होने से पहले। -
अश्क बह जाता है......सिसकियों से पहले,सपना टूट जाता है......सजोने से पहले।मोहब्बत नहीं किसी बेकसूर की हिमायत,कोई तो रोक देता हमें......गुन्हेगार होने से पहले।
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