इस क़यामत की भीड़ में कहाँ आसान है हस्ती कोई लाज़वाब हो जाना,आँसू,खून,पसीना सब मिलाना पड़ता है कहाँ आसान है जर्रे का आफ़ताब हो जाना।। - पवन
इस क़यामत की भीड़ में कहाँ आसान है हस्ती कोई लाज़वाब हो जाना,आँसू,खून,पसीना सब मिलाना पड़ता है कहाँ आसान है जर्रे का आफ़ताब हो जाना।।
- पवन