20 JUL 2018 AT 23:26

देखा जब तुम्हें हमारे साथ साथ,ऐ ! जिंदगी
ना जाने क्यों ये कायनात आज फिर जल गई

- नवीन श्रोत्रिय उत्कर्ष

- नवीन श्रोत्रिय “उत्कर्ष” ©