Nitin shukla   (Nitin)
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Jindagi jina chahta hu... Guzarna nahi
Joined 16 June 2018


Jindagi jina chahta hu... Guzarna nahi
Joined 16 June 2018
21 JUN 2022 AT 23:42

हर अंत से शुरू होती है एक नई शुरुआत
अक्सर सबसे काली रातों के बाद आती है, प्यारी सुबह
टूटे पेड़ों से निकलती है, नई कपोले,
अक्सर हृदय द्रवित कर देने वाले दिनों के बाद आते है, सबसे मनमोहक दिन,
नियति को हम नही समझ सकते, बस इतना याद रखना सबसे कठिन प्रस्थितियों के बाद ही सबसे सुहाने क्षण
आते है
समय के गर्भ में क्या है, किसी को नही पता
मगर सबसे सुंदर मोती उसी को मिलता है, जो सबसे
ज्यादा गहराई मे उतरता है,
जो भी खोया है, वो नही मिल सकता, पर आशा है
अब आगे उससे अच्छा मिलेगा, ईश्वर सब ठीक करता है

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20 FEB 2022 AT 21:17

जो तुझसे बिछड़ के जिंदा हूँ,
ख़ुद से बेहद शर्मिंदा हूँ |
मेरी जान बसी है पिंजरे में,
कहने को आज़ाद परिंदा हूँ |

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14 DEC 2021 AT 13:14

ग़मों का, यादों का, जज्बातों का, दरिया शराब..
बात कोई कहनी हों सच्ची, तो जरिया शराब.....
इस दुनिया में हों, सबसे बढ़िया तुम,
और तुमसे बढ़िया "शराब".....

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10 DEC 2021 AT 0:09


Tu jada se jada kisi ka kya karega
Dil se mayoob, aur kitna girega...
Tu kisi bure insaan se intekaam na lein
Upar wala hisaab tujhse acha karega...

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5 DEC 2021 AT 20:23

लोग कुछ हमसे बेहतर हैं, कुछ तुमसे बेहतर,
कोई नहीं जानता हमें, हमसे बेहतर....
ना बदलना सिरत अपनी कभी किसी के लिए,
ढूंढ़ने वाला ढूंढ़ ही लेगा कोई, तुमसे बेहतर...


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19 MAY 2021 AT 23:46

क्या सोचा था, और क्या हो रहा है?
क्या पता किस वजह हो रहा है
दिन गुज़र रहें हैं, किसी बद्दुआ की तरह
जो हो चुका है वो फिर हो रहा है

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19 MAY 2021 AT 23:35

किये थे सब सवाल पहले,
मिले थे सब जवाब पहले,
फिर आ खड़े है, उसी जगह,
जहाँ खड़े थे कुछ साल पहले....

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18 OCT 2020 AT 1:43

मैं कितना भी चाहु, इस शहर से वो मोहब्बत हो नहीं पाती।
की इन पक्की सड़को पर बारिश की वो खुसबू नहीं आती।
यहाँ सभी का बस एक दोस्त "मतलब" हैं,
कहो तुम कैसे हो? किसी की सदा नहीं आती।
की सारे शहर में ज़हर भरा है, जो दिल को दे सुकूँ
यहाँ वो 'हवा' नहीं आती।

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9 AUG 2020 AT 9:02

वो कल रात, ख्वाबों में मिलने
का वादा कर गए हैं
आज मिलेंगे ख्वाबों में तो बातें होंगी|

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1 AUG 2020 AT 6:55

पहले-पहल ख़्वाहिश थी,की जिंदगी
तेरे साथ गुज़रे, तो बेहतर है..
अब ये जानते कैसे की तेरे साथ बेहतर है,
या तेरे बाद बेहतर है...
अब जो गुजरा एक साल तेरे बगैर,
तो जाना तेरे बगैर बेहतर है,बड़ी बेहतर है..

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